आपने अपने आसपास या फिर अपने घर के बुजुर्गों को जोड़ों के दर्द से कहराते हुए देखा होगा |
आप सोचते भी होंगे कि आखिर इतनी दवाईयां खाने के बाद भी उनके जोड़ों का दर्द ठीक क्यों नहीं होता?
अधिकतर लोगों को इस बात की सही जानकारी ही नहीं होती कि आखिर उनके जोड़ों में दर्द क्यों हो रहा है?
सामान्यत: जोड़ों के दर्द के शुरुआती चरण में हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, ताकि घुटनों में दर्द होने के सही कारणों का सही समय पर पता चल सके और समय रहते घुटनों के दर्द का कारगर इलाज हो सके|
शरीर के वो हिस्से जहाँ दो या दो से अधिक हड्डियां मिलकर हमारे शरीर की गतिविधयों को बनाए रखने में सहायक होती हैं, उसी को हम जॉइंट्स या जोड़ कहते है।
एक उम्र के बाद मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण जोड़ों की हड्डियों में दर्द होना शुरू हो जाता है| ये समस्या हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जाम होने की वजह से होता हैं| ऐसी स्थिति में जोड़ों की हड्डियों में सूजन और जोड़ों के टिश्यू नष्ट होने लगते हैं, जिससे जोड़ों में अकड़न और दर्द होने लगता है|
एक इंसान के शरीर में कई जॉइंट्स होते है और जब इन जोड़ो में दर्द या बेचैनी होने लगती है, तो उसे ही हम जोड़ों का दर्द या जॉइंट्स पेन कहते है। कई बार ये दर्द कुछ ही समय में ठीक हो जाता है। पर कभी-कभी यह दर्द असहनीय हो सकता है।
जोड़ो का दर्द मुख्यता आर्थराइटिस के कारण होता हैं, और आर्थराइटिस को हम गठिया भी कहते हैं। यानि की गठिया या जोड़ो का दर्द दो तरीके के होते हैं, पहला ऑस्टियोआर्थराइटिस और दूसरा रुमेटाइड स्थिराइटिस।
जोड़ो के दर्द के कई कारण हैं, जिनमे से कुछ कारणों को हम निम्नलिखित में प्रस्तुत कर रहें हैं:
जोड़ो के दर्द के कारणों को जानने के बाद यदि आप दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं। तो रोबोटिक घुटना बदलना की सर्जरी या ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी का चयन किसी बेहतरीन हॉस्पिटल से करें।
जोड़ो के दर्द से बचने के कई उपाए को हम निम्न में प्रस्तुत कर रहे हैं:
जोड़ों के दर्द से बचने के लिए अपने वजन को नियंत्रित करना अत्यंत आवश्यक है, क्यूंकि जब हमारा वज़न अधिक होता है तब हमारे जोड़ों पर ज़रुरत से ज़्यादा दबाव पड़ता है जिस वजह से जॉइंट्स समय से पहले खराब होने लग जाते हैं।
जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए हमे अपने खान-पान में पौष्टिक आहार को अत्यधिक महत्व देना चाहिए। दूध, विटामिन इ, और ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना हमारी हड्डियों और जोड़ों के लिए काफी लाभदायक है।
खाने का तो हमे खास ध्यान रखना ही हैं पर उसके साथ ही नियमित व्यायाम को भी अपनी जीवन शैली में शामिल करना चाहिए। जिससे की जोड़ो के दर्द से हमें आराम मिल सके।
दर्द से निदान के लिए आप गरम या ठंडी सिकाई का उपयोग भी कर सकते है। क्युकि गरम सिकाई करने से खून संचार बेहतर होता है जबकि ठंडी सिकाई से सूजन और चुभन से हम आराम महसूस करते हैं।