वैसे तो अस्थमा की बीमारी के कई सारे कारण हैं परंतु कुछ कारणों के बारे में हम आपको बता देते हैं। तो आइए जानते हैं कि ये क्या हैं:
1.) धुएं के कारण
2.) कोहरे के संपर्क से
3.) तेज तेज चलने के कारण
4.) धूल व मिट्टी इत्यादि के कारण
5.) मौसम बदलने के दौरान
6.) श्वसन नलिकाओं में इंफेक्शन के कारण
1.) सांस लेने में दिक्कत! यदि किसी व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत हो तो उसे चाहिए कि वह डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज कराएं। यदि वह इस बात को नजरअंदाज करता है तो यह उसके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इससे पहले कि बीमारी बढ़े उसका इलाज कराना ज़रूरी होता है।
2.) जब भी किसी व्यक्ति को सांस लेते वक्त सीटी की आवाज आए तो यह अस्थमा के लक्षण हो सकते हैं।
3.) यदि किसी व्यक्ति को हर रोज खांसी आती है और ऐसा उसके साथ लगातार एक या 2 महीने तक है तो उसे चाहिए कि वह चिकित्सक के पास जाकर अपनी जांच करवाएं।
4.) जिस व्यक्ति को हमेशा सर्दी व जुखाम रहता है उसको भी डॉक्टर से टेस्ट करा लेना चाहिए ताकि उसको सर्दी व जुखाम का कारण पता चल सके।
5.) अस्थमा का सबसे बड़ा लक्षण होता है कि व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है और उसकी सांस बहुत जल्दी फूल जाती है।
6.) जल्दी थकान हो जाना। व्यक्ति को कमजोरी के कारण जल्दी थकान महसूस होने लगती है जिसके कारण उसकी बहुत जल्दी सांस फूलने लगती है।
7.) सीने में दर्द व जलन होना अस्थमा का लक्षण हो सकता है।
8.) नींद में बेचैनी या परेशानी अस्थमा के लक्षण हो सकते हैं। यदि किसी को सोने में बेचैनी और परेशानी होती है तो यह अच्छी बात नहीं है। तुरंत इसकी जांच करवाएं।
9.) शरीर के अंदर या बाहर एलर्जी अस्थमा की बीमारी का कारण बन सकते हैं। यदि किसी को ऐसी एलर्जी बराबर रहती है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
10.) धूल और मिट्टी के कारण भी दमा की बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर किसी व्यक्ति को धूल व मिट्टी से एलर्जी है तो उसे हमेशा धूल व मिट्टी की जगह अपनी नाक को बंद रखे रहना चाहिए क्योंकि इससे दमा या अस्थमा की बीमारी होने की संभावना बढ़ सकती है।
11.) मौसम की तबदीली के कारण! जिस भी व्यक्ति को मौसम के बदलने से फर्क पड़ता है तो उसे चाहिए कि वह खासतौर पर अपना ध्यान रखें।
12.) सांस की नलियों में इन्फेक्शन होने के कारण अस्थमा की बीमारी होती है।
1.) अस्थमा की बीमारी को जानने के लिए कुछ बातों का जानना अति आवश्यक है जिससे हम पता लगा सकते हैं कि किसी व्यक्ति को अस्थमा की बीमारी है, नहीं है या होने की संभावना है। उसके बाद हम उसका इलाज आसानी से कर सकते हैं। लक्षणों के सामने आते ही व्यक्ति को चाहिए कि वह डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करवाए और उसके द्वारा बताई गई बातों पर अमल करें।
2.) शरीर की जांच के जरिए अस्थमा की बीमारी को जांच सकते हैं।
3.) मेडिकल टेस्ट के जरिए।
4.) एलर्जी टेस्ट के द्वारा भी हम लोग अस्थमा की बीमारी का पता लगा सकते हैं और उसका निवारण कर सकते हैं।
5.) खून की जांच के जरिए।
6.) स्पायरोमेट्री के द्वारा भी हम अस्थमा या दमा की बीमारी को जान सकते हैं।
7.) एक्सरे के द्वारा।
8.) रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा की जांच कराने से भी हम अस्थमा की बीमारी को जान सकते हैं।
9.) फेफड़ों में हरकत की जांच के द्वारा भी अस्थमा की बीमारी का पता लगाया जा सकता है।