गर्मियों में गन्ने का जूस न सिर्फ प्यास बुझाता है, बल्कि अपने औषधीय गुण के कारण शरीर की रक्षा भी करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि गन्ना के गुण दांतों की समस्या से लेकर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तक से बचा सकते हैं। इसमें ऐसे कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम करते हैं।
शुरू करते हैं लेख
लेख के पहले भाग में जानिए कि गन्ने का जूस सेहत के लिए अच्छा क्यों होता है।
गन्ने की खेती इससे निकलने वाले मीठे रस के लिए की जाती है। गन्ने से ही चीनी व गुड़ का निर्माण किया जाता है। इन सबके अलावा, गन्ने का रस गर्मियों का सबसे खास पेय है। यह शरीर को तरोताजा करने में मदद कर सकता है। भारत में व्यापक रूप से गन्ने के रस का इस्तेमाल पीलिया, बदहजमी और कई मूत्र रोगों के उपचार में किया जाता है (1)। आंतरिक स्वास्थ्य के अलावा, इसका प्रयोग त्वचा के लिए भी किया जाता है। नीचे जानिए गन्ने का रस किस प्रकार आपको शारीरिक लाभ पहुंचा सकता है।
लेख के इस भाग में हम सेहत के लिए गन्ने का रस पीने के फायदे बता रहे हैं, जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। नीचे बताई गई कुछ शारीरिक समस्याओं का घरेलू उपाय करने के लिए गन्ने के जूस का उपयोग किया जा सकता है। ये घरेलू उपाय सिर्फ समस्या के लक्षण को कम करने में सहायक हो सकते हैं, लेकिन उसका इलाज करने में सक्षम नहीं हैं।
शरीर में लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखने के लिए और मसल्स में ताकत बनाए रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की जरूरत होती है। एक तरीके से इन्हें ऊर्जा के लिए ईंधन माना जा सकता है। गन्ने का रस कार्बोहाइड्रेट्स से समृद्ध होता है, जिस कारण इसका सेवन लंबे समय तक ऊर्जावान बनाए रखने में सहायक हो सकता है। एक शोध के अनुसार, व्यायाम के बाद शरीर को फिर से हाइड्रेट और तरोताजा करने में गन्ने का रस अन्य स्पोर्ट्स ड्रिंक की तुलना में अधिक प्रभावशाली हो सकता है
गन्ने का रस लिवर से संबंधित पीलिया बीमारी के लिए फायदेमंद माना जाता है। यूनानी चिकित्सा के अनुसार, गन्ने के जूस के फायदे पीलिया से तुरंत आराम पाने में मदद कर सकते हैं (1)। लिवर की कार्यप्रणाली में रूकावट आने पर पीलिया होता है। यह स्थिति तब बनती है, जब शरीर में बिलीरुबिन अधिक बढ़ जाता है। बिलीरुबिन एक पीला पिगमेंट होता है, जो लिवर में लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बनता है। इस स्थिति पर काबू पाने के लिए रोजाना एक गिलास ताजा गन्ने का रस पीया जा सकता है
कैंसर से बचाने में भी गन्ने का जूस पीने के फायदे देखे गए हैं। इस रस में ट्रायसिन नामक एक फ्लेवोन पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। साथ ही अपने एंटी-प्रोलाइफरेटिव गतिविधि के कारण गन्ने का जूस कई तरह की कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोक सकता है बता दें कि कैंसर ऐसी बीमारी है, जिसका समय रहते
डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है। सिर्फ गन्ने के रस का सेवन करने से इस बीमारी को ठीक नहीं किया जा सकता।
गन्ना खाने के फायदे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मिल सकते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम शरीर को कई तरह के संक्रमण और बीमारियों से बचाने में सहायक हो सकता है। इसकी पुष्टि के लिए जब गन्ने के गुण पर शोध किया गया, तो इसके हेपाटोप्रोटेक्टिव और एंटीऑक्सीडेंट गुण सामने आए। इसके परिणाम में सामने आया कि गन्ने का अर्क कई तरह के बैक्टीरियल व वायरल संक्रमण से बचाने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद कर सकता है (5)। वहीं, हम यह स्पष्ट कर दें कि ये शोध गन्ने के अर्क से जुड़े हैं, गन्ने का रस पीने के फायदे पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
बुखार तब आता है जब हमारा शरीर किसी बीमारी से लड़ने की कोशिश कर रहा हो। ज्यादातर बुखार किसी न किसी संक्रमण के कारण आते हैं। इस दौरान शरीर संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया या वायरस को खत्म करने की कोशिश करता है (6)। ऐसे में गन्ने का जूस पीने के फायदे बुखार को कम करने में सहायक हो सकते हैं (7)। फिलहाल, इसकी कार्यप्रणाली पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
गन्ने के रस के फायदे यहां समाप्त नहीं होते, गन्ने के रस का सेवन गले के दर्द के लिए भी किया जा सकता है। जब कोई गले से जुड़ी समस्या जैसे टॉन्सिल्स से परेशान हो, तो उन्हें गन्ने के जूस का सेवन करने से फायदा मिल सकता है। जब टॉन्सिल्स (गले के पिछले हिस्से के टिश्यू) में सूजन आ जाती है, तो वो दर्द और तकलीफ का कारण बन सकते हैं (8)। वहीं, गन्ने का जूस गला खराब, जुकाम और फ्लु जैसी समस्याओं को ठीक करने में भी मदद कर सकता है
गन्ने का उपयोग नीचे बताए गए तरीकों से किया जा सकता है :
न्ने के जूस का आनंद लेने के लिए इसका सही चुनाव भी जरूरी है। हमेशा पीले हो चुके गन्ने का ही चुनाव करें, जिनकी पत्तियां सूखी हों। गन्ने पर उंगली से हल्की चोट मारकर देखें, अगर आवाज किसी धातु से टकराने जैसी आती है, तो इसका मतलब है कि गन्ना पूरी तरह से पक चुका है।
स्टोर : जब भी आप बड़ा गन्ना खरीदें, तो उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, ताकि आप उसे अच्छी तरह फ्रिज में स्टोक कर सकें। गन्ने को रेफ्रिजरेटर में रखने से पहले उसके छिल्के उतारना न भूलें। आप गन्ने के टुकड़ों को प्लास्टिक से कवर भी कर सकते हैं, ताकि बाहरी नमी से ये बचे रहें। अगर सही से प्रक्रिया का पालन किया जाए, तो गन्ने को दो सप्ताह तक फ्रिज में स्टोर किया जा सकता है।